आसान हुआ पशुपालन अब एक ही एप की मदद से भैंस खरीदने या बेचें

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    भैंस खरीदने वाला ऐप

    आज भारत में लोग इतने ज्यादा व्यस्त हो गए है की किसी के पास इतना समय नहीं की कान्काइ लेकर घर खोजे मीलों दूर जाए पशु देखे , पसंद करें उनका टेस्ट करें, मोल भाव करें तब खरीदारी करें । ऐसा संभव ही नहीं आजकल रील्स की दुनिया में सबकुछ टीजी से चाहिए होता है ऐसे में पशु भी लोग देख रेख कर जल्दी से खरीदना चाहते हैं ।

    आज तकनीक भी हर किसी के लिए चीजों को आसान बनाने में मदद कर रही है, खासकर उन लोगों के लिए जो खेतों और पशुओं के से प्यार करते हैं उहए पालते हैं । जी हाँ हम बात कर रहे हैं किसान है और पशुपालक के बारे में । आज अपने फोन पर बस एक टच  से लोग अपनी जरूरत का सामान खरीद सकते हैं चाहे आप दुनिया के किसी भी कोने में क्यों न हो ।

    मेरापशु 360 जहां एक ही जगह भैंस खरीदें या बेचें यह एप खास तौर पर पशुपालन और डेयरी व्यवसाय को बढ़ावा देने के लिए ही बनाया गया है । ताकि आप आसानी से पशुपालन कर देश का नाम रौशन करें ।

    यह भैंस खरीदने वाला ऐप आपकी हर तरह से मदद करता हैं चाहे वो दुधारू भैंस खरीदने में हो या पशु आहार में  सबूच एक ही एप से अब संभव है और  यही वजह से लोग सी एप को  पसंद करते हैं ।

    भैंस खरीदने के बाद पशुओं को दें ऐसा आहार

    कई बार ऐसा होता है कि किसान शिकायत करते हैं कि उनकी भैंस दूध कम देने लगी है। और कई बार पशुपालक डर जाते हैं । देखिए पहले यह बात तो जान ले की  भैंस का पालन करने वाले किसान कभी घाटे में नहीं जाते। इनके दूध से कई तरह के उत्पाद भी बनाए जाते हैं।

    दही, पनीर, घी जैसे ऐसे भी उत्पाद है जो किसान घर पर बना कर बाजार में सप्लाई कर सकते हैं।  इससे उनको अच्छा-खासा मुनाफा हासिल होगा। कई बार ऐसा होता है की आपकी भैंस दूध कम देने लगती है इसके पीछे कई वजहें होती हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक सही तरीके से पशुओं के आहार के बारे में सही जानकारी नहीं होने की वजह से किसान उनके पोषण पर खास ध्यान नहीं दे पाते है।  जिसकी वजह से उनकी  भैंस की दूध देने की क्षमता कम हो जाती है। और फिर आपको पछताना पड़ता है । 

    अपने दुधारू पशुओं को दें ऐसा आहार

    पहले यह ठान लें की दूध की मात्रा को बढ़ाना होगा। इसके लिए आपको सही-सही समय पर संतुलित आहार देना बेहद जरूरी है। पशुओं को उनका आहार चोकर के साथ दीजिए।  इसके अलावा पोषक तत्वों को पूरा करने के लिए चारे में दाना यानी मक्का, जौ, गेहूं, बाजरा की मात्रा पहले के मुकाबले बढ़ा दें। खली में सरसों की खल, मूंगफली की खल, बिनौला की खल, अलसी की खल की मात्रा भी बढ़ा दें।

    ध्यान रखें अपने पशु को पानी खूब पिलाएं,सरसों का तेल गेहूं के आटे में मिलाकर खिलाएं इसके अलावा समय-समय पर पशुओं का चेकअप कराएं, जिससे ये पता लग सके कि कहीं किसी बीमारी की वजह से आपके पशु में दूध देने की क्षमता कम तो नहीं हो गई हैं।

    इसके अलावा नेपियर और लोबिया जैसे घास खिलाने से भी पशुओं में दूध उत्पादन की क्षमता कई गुना बढ़ जाती है। यही नहीं आप भैंस खरीदने वाला ऐप मेरापशु360 के द्वारा भैंस के साथ पशु आहार भी घर बैठे ही मँगवा सकते हैं जो की समय से पहले आपको डिलिवर कर दिया जाता है ।

    पशुओं के साथ ये काम गलती से भी ना करें

    हालांकि, कई बार देखा जाता है कि ज्यादा दूध उत्पादन के लिए कई किसान गलत तरीका अपनाते हैं।  इसके लिए वे गाय या भैंस को पाउडर और इंजेक्शन देते हैं।  ऐसा करने से पशुओं की सेहत पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है। यह पहले कारगर तो साबित होता है लेकिन कई बार इसका प्रभाव विपरीत भी पड़ जाता है। ज्यादा से ज्यादा दूध निकालने के चक्कर में भैंसों में ऑक्सीटोसिन का इंजेक्शन लगा देते है। इस दूध का सेवन स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है।

    ऑक्सीटोसिन के इंजेक्शन पर रोक होने के बावजूद इसका इस्तेमाल भैंस में दूध का उत्पादन बढ़ाने के लिए किया जाता है। ऐसे में इसके इस्तेमाल करने वाले और बेचने वाले दोनों को जुर्माना और सजा हो सकती है। खाद्य सुरक्षा एवं औषधी प्रशासन ऐसे इंजेक्शन की खेप कई बार पकड़ चुका है और इस पर सजा और जुर्माने का भी प्रावधान है।

    ऐसा माना जाता है कि भैंस दूध देने के बावजूद करीब 25 फीसदी अपने बच्चों के लिए बचा लेती हैं। यह इंजेक्शन देकर उस दूध को भी निकाल लिया जाता है जो खतरनाक है।

    इसलिए किसान भाई और पशुपालक बंधु अपने दुधारू पशुओं के साथ इस तरह के प्रयोग करने से बचें।

    भैंस का दूध बढ़ाने की घरेलू ट्रिक क्या है

    भैंस की दूध की मात्रा बढ़ाने के लिए आप घर पर ही इसकी औषधी बना सकते हैं। इसके लिए कुछ चीजों की जरूरत होगी जो आसानी से आपको मिल जाएगी। औषधी निर्माण की विधि इस प्रकार से है-

    इस औषधी को बनाने के लिए आपको 250 ग्राम गेहूं का दलिया, 100 ग्राम गुड़ सर्बत (आवटी), 50 ग्राम मैथी, एक कच्चा नारियल, 25-25 ग्राम जीरा व अजवाईन की आवश्यकता होगी।

    इन चीजों का उपयोग कैसे करें

    • सबसे पहले दलिया, मैथी और गुड़ को पका लें। इसके बाद में उसमें नारियल को पीसकर डाल दें। जब ये ठंडा हो जाए तो इसे पशु को खिलाएं।
    • ये सामग्री 2 महीने तक केवल सुबह खाली पेट ही खिलानी चाहिए।
    • इसे भैंस को बच्चा देने से एक महीने पहले शुरू करना चाहिए और बच्चा देने के एक महीने बाद तक खिलाना चाहिए।
    • 25-25 ग्राम अजवाईन व जीरा गाय के ब्याने के बाद केवल 3 दिन ही देना चाहिए। ऐसा करने से आपको जल्द ही अच्छे परिणाम मिलने लगेंगे।
    • ब्याने के 21 दिन तक पशु को सामान्य खाना ही दिया जाना चाहिए।
    • भैंस का बच्चा जब 3 महीने का हो जाए या जब भैंस का दूध कम हो जाए तो उसे प्रति दिन 30 ग्राम जवस औषधि खिलाएं, इससे दूध कम नहीं होगा।

    अगर आप भी भैंस खरीदने वाला ऐप या भैंस बेचने वाला ऐप की तलाश कर रहे हैं तो मेरापशु 360 आप आपके लिए ही है इसे आज ही अपने फोन में डाउनलोड करें और इसकी सेवाओं का आनंद लें ।